इंडियन मीडिया जिस तरह से सेलिब्रिटी को कवर करता है उस से आपको क्या लगता है वो सही है। माना के वो एक पब्लिक फिगर है पर वो भी एक इंसान है उनमें भी इमोशन है।
सिद्धार्थ शुक्ला की मौत के बाद मीडिया जिस तरह से न्यूज़ बना रही थी क्या वो ठीक है???
सुशांत सिंह राजपूत के समय मीडिया ने टीआरपी के लिए जिस तरह से न्यूज़ बनाई क्या वो सही था???
ऐसे ही जब इरफान पठान और ऋषि कपूर की मौत हुई मीडिया जिस तरह से उनके जलने की तस्वीर सोशल मीडिया पे वायरल हो रही थी क्या वो ठीक है ।
क्यों की वो एक सेलिब्रिटी हे या पब्लिक फिगर है इसका ये मतलब तोह नही की उनहे कोई प्राइवेसी नही मिलनी चाहिए उनकी हर चीज को न्यूज़ बना के परोसना सही है क्या???
जब किसी के करीबी की मौत होती है तो वो फैमिली पहले से ही इतने दर्द मे होती है ।वही मीडिया उन्हें दो पल का चेन नही देती । अगर सवाल करे तोह बोलेंगे ये हमारी जॉब हे या आपके फैन आपकी जलक देखना चाहते है। समझ नही आता किस तरह की सोच वाले समाज का हिस्सा है हम लोग।
"जहा इंसान तोह है लेकिन इंसानियत मर चुकी है।"
सोशल मीडिया पे लोग कैसी कैसी कॉमेंट करते है उन पिक्चर्स पे अपनी स्मार्ट कॉमेंट करते है वो लोग एक बार ये भी नहीं सोचते कि दिन के अंत मे वो भी इंसान है।
वो तस्वीरे सिर्फ ये दरसाती है की लोग कितने इंसेंसिटिव होते जा रहे और कैसे आपकी फीलिंग उनके लिए कुछ भी नहीं है।
कही सुना था
"इस जमाने मे अगर आदमी इंसान बन जाए वही बड़ी बात है।"
Pic credit goes to respective owners.
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